फजल अत्राचली

फजल अत्राचली

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पूरा नाम: फ़ज़ल अत्राचली

उप नाम: सुल्तान

जन्मतिथि: 29-मार्च-1992

जन्म स्थान: मोहम्मदाबाद, गोरगन, ईरान

व्यवसाय: कबड्डी खिलाड़ी

रोल: डिफ़ेंडर

वर्तमान टीम : दबंग दिल्ली केसी

राष्ट्रीयता: 🇮🇷 ईरान

रेडिंग आँकड़े

वे एक डिफेंडर है, उनकी काबिलियत उनके रेडिंग आंकड़े पर निर्भर नहीं करती।

डिफ़ेंडिंग आँकड़े

सीजनटीममैचटैकल पॉइंट्सहाई 5सुपर टैकल
सीजन 2यू मुंबा51212
सीजन 3यू मुंबा11322
सीजन 4पटना पाइरेट्स165247
सीजन 5गुजरात फॉर्च्यूनजायंट्स245753
सीजन 6यू मुंबा238363
सीजन 7यू मुंबा248245
सीजन 8यू मुंबा225123
सीजन 9पुनेरी पलटन215631
सीजन 10गुजरात जायंट्स236234
सीजन 11बंगाल वॉरियर्स195938
कुल1885453236

फ़ज़ल अत्राचली की खेलने की शैली

फ़ज़ल की डिफेंसिंग शैली आक्रामक, तेज़ और रणनीतिक है। वे खासतौर पर डबल थाई होल्ड, एंकल होल्ड, और डैश के लिए मशहूर हैं। उनकी कप्तानी में टीम का डिफेंस बेहद संगठित और अनुशासित रहता है।


जीवन परिचय (बायोग्राफी)

फजल अत्राचली, जिन्हें ‘सुल्तान‘ के नाम से भी जाना जाता है, ईरान के एक जाने-माने कबड्डी खिलाड़ी हैं। वर्तमान (2025) में वे प्रो कबड्डी लीग (PKL) में दबंग दिल्ली केसी टीम और ईरान की राष्ट्रीय कबड्डी टीम के लिए खेलते हैं। वे प्रो कबड्डी इतिहास में सबसे सफल विदेशी खिलाड़ी माने जाते हैं और लेफ्ट कॉर्नर डिफेंडर के रूप में खेलते है।

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वह PKL इतिहास में 500 टैकल पॉइंट हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी हैं और अब तक के टॉप टैकल पॉइंट स्कोरर और सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। उन्होंने दो बार “डिफेंडर ऑफ द टूर्नामेंट” का खिताब जीता है, यह उपलब्धि उनके अलावा केवल मंजीत छिल्लर और मोहम्मदरेजा चियानेह के साथ नाम है।


प्रारंभिक जीवन

फ़ज़ल अत्राचली (फ़ारसी: فاضل اتراچالی) ईरान के मशहूर कबड्डी खिलाड़ी हैं, जिनका जन्म 29 मार्च 1992 को ईरान के मोहम्मदाबाद, गोरगन में हुआ था। उन्होंने 11 साल की उम्र में अपने गृहनगर से कबड्डी खेलना शुरू किया। बचपन में ही उनकी डिफेंस तकनीक और शारीरिक क्षमता ने उन्हें अलग पहचान दिलाई।

प्रो कबड्डी में आने से पहले वे एक लोहार (Blacksmith) के रूप में काम करते थे और कबड्डी को अपने पेशे के साथ-साथ खेलते थे। कबड्डी के अलावा उन्हें कुश्ती से भी खास लगाव है, जिसे वे अपने खाली समय में खेलते हैं।


कबड्डी करियर

फ़ज़ल अत्राचली ने प्रो कबड्डी में डब्यू करने से पहले वर्ष 2010 और 2014 के एशियाई खेलों में ईरान का प्रतिनिधित्व किया और 2014 में ईरान की राष्ट्रीय कबड्डी टीम के कप्तान भी बने। इसके अलावा उन्होंने 2013 एशियाई इंडोर गेम्स में भी हिस्सा लिया।

अंतरराष्ट्रीय करियर

  • एशियाई खेल 2010: रजत पदक (टीम ईवेंट)
  • एशियाई खेल 2014: रजत पदक (टीम ईवेंट, कप्तान)
  • एशियाई खेल 2018: स्वर्ण पदक (टीम ईवेंट, कप्तान)
  • एशियाई खेल 2022: रजत पदक (टीम ईवेंट)
  • कबड्डी विश्व कप 2016: रजत पदक (टीम ईवेंट, फाइनल में भारत से हार)

प्रो कबड्डी लीग करियर

फजल अत्राचली ने प्रो कबड्डी लीग में अपनी शुरुआत सीज़न 2 (2015) में यू मुंबा टीम के साथ की थी। तब से उन्होंने कई टीमों के लिए खेला है, जिनमें यू मुंबा, पटना पाइरेट्स, गुजरात जायंट्स, बंगाल वॉरियर्स और पुनेरी पलटन शामिल हैं। वर्तमान में, वह दबंग दिल्ली के लिए खेल रहे हैं। फ़ज़ल प्रो कबड्डी लीग के इतिहास में 500 टैकल पॉइंट हासिल करने वाले पहले और एकमात्र खिलाड़ी हैं। वह लीग के सबसे सफल कप्तान भी हैं।

सीज़न 2 (2015) – यू मुंबा

फ़ज़ल अत्राचली ने सीज़न 2 (2015) में यू मुंबा से प्रो कबड्डी में डेब्यू किया और पहले ही मैच में अपनी डिफेंस स्किल्स से सबको प्रभावित किया। इसी सीज़न में उनकी टीम ने चैंपियनशिप भी जीती थी। इस सीजन उन्होंने कुल 5 मैच खेलकर 12 पॉइंट्स हासिल किए।

सीज़न 3 (2016) – यू मुंबा

डेब्यू सीजन में एक अच्छी शुरुआत के बाद अत्राचली सीज़न 3 में यू मुम्बा के प्रमुख खिलाड़ियों में से थे, इस सीजन इन्होंने 11 मैच खेलकर 32 टैकल पॉइंट बनाए, इस दौरान उनकी टैकल सफलता दर 50% थी।

सीज़न 4 (2016) – पटना पाइरेट्स

फजल अत्राचली सीज़न 4 में पटना पाइरेट्स टीम में शामिल हो गए, जहाँ उनकी टीम ने खिताब और उन्होंने “सीज़न के सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर” का पुरस्कार जीता। इस सीजन उन्होंने 16 मैच खेलकर 52 टैकल पॉइंट बनाए इस दौरान उन्होंने 4 हाई 5 और 7 सुपर टैकल्स को भी अंजाम दिया।

सीज़न 5 (2017) – गुजरात फॉर्च्यूनजायंट्स

PKL 5 में फजल नई टीम गुजरात फॉर्च्यूनजायंट्स का हिस्सा बने और इस बार भी उनका शानदार प्रदर्शन जारी रहा, उन्होंने अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाया, लेकिन वह पटना से हार गई और रनर अप रही। उन्होंने इस सीजन 24 मैच खेले और 57 टैकल पॉइंट बनाए, जिसमें 5 हाई 5 और 3 सुपर टैकल भी शामिल थे।

सीज़न 6 (2018) – यू मुंबा (कप्तान)

प्रो कबड्डी के सीजन 6 में अत्राचली को उनकी पहली टीम यू मुम्बा ने 1 करोड़ रुपए में खरीदा और कप्तान बनाया, हालांकि उनकी टीम खिताब तो नहीं जीत सकी लेकिन उनके प्रदर्शन में कोई कमी नहीं आई। इस बार भी वे 23 मैचों में 83 टैकल पॉइंट पाकर सीजन के बेस्ट डिफेंडर रैंक में तीसरे स्थान पर थे। इस बार उन्होंने 6 हाई 5 और 3 सुपर टैकल्स को अंजाम दिया था।

सीज़न 7 (2019) – यू मुंबा

PKL सीजन 7 में यू मुम्बा ने अत्राचली को रिटेन किया, और उन्होंने शानदार खेल दिखाते हुए, टीम को सेमीफाइनल तक पहुँचाया और खुद सीजन के सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर (बेस्ट डिफेंडर ऑफ द सीज़न) बने। इस बार उन्होंने 24 मैचों में 82 टैकल पॉइंट अर्जित किए।

सीज़न 8 (2021) – यू मुंबा

प्रो कबड्डी का आठवाँ सीजन फाज़ेल के लिए बेहद निराशाजनक रहा, उनके ठीक-ठाक प्रदर्शन के बावजूद टीम प्लेऑफ़ में जगह नहीं बना सकी। इस सीजन उन्होंने 21 मैच खेले और कुल 51 अंक हासिल किए।

सीज़न 9 (2022) – पुनेरी पल्टन

सीजन 9 में उन्हे पुनेरी पल्टन ने चुना जहाँ वे युवा डिफेंडर्स के मेंटर बने और टीम को फाइनल में पहुंचाया। इस सीजन वह 21 मैच खेलकर 56 अंक ही बटोर पाए।

सीज़न 10 (2023) – गुजरात जाइंट्स

पीकेएल सीजन 10 में फ़ज़ल गुजरात जाइंट्स टीम में शामिल थे, जहाँ उन्होंने डिफेंस लाइनअप को मजबूती दी। फ्रेंचाइजी ने नीलामी से उन्हें 1.60 करोड़ रुपए में खरीदकर सीजन का सबसे महंगा डिफेंडर बनाया। इस सीजन उन्होंने 23 मैचों में 62 टैकल पॉइंट कमाए।

सीज़न 11 (2024) – बंगाल वॉरियर्स

पिछले सीजन में फजेल को बंगाल वॉरियर्स का कप्तान बनाया गया था, लेकिन टीम कुछ खास कमाल नहीं कर पाई। अत्राचल्ली भी इस सीजन 19 मैच खेलकर 59 टैकल पॉइंट ही हासिल कर पाए।

सीज़न 12 (2025) – दबंग दिल्ली केसी

2025 में प्रो कबड्डी के वर्तमान सीजन (PKL 12) में फजल अत्राचली दबंग दिल्ली टीम में है, उन्हे फ्रेंचाइजी ने 30 लाख रुपए में खरीदा है।


रिकॉर्ड और उपलब्धियां

  • प्रो कबड्डी लीग बेस्ट डिफेंडर: सीज़न 4 (2016), सीज़न 7 (2019)
  • प्रो कबड्डी लीग चैंपियन: सीज़न 2 (2015), सीज़न 4 (2016)
  • PKL में 500 टैकल पॉइंट हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी
  • PKL इतिहास में टॉप 10 टैकल पॉइंट स्कोरर में एकमात्र विदेशी खिलाड़ी
  • दो बार “डिफेंडर ऑफ द टूर्नामेंट” जीतने वाले सिर्फ तीन खिलाड़ियों में से एक

व्यक्तिगत जीवन

फ़ज़ल अपनी पत्नी शाज़िया सुल्ताना अत्राचली और दो बेटियों के साथ रहते हैं। खेल से इतर उन्हें कार और बाइक कलेक्शन, ड्राइविंग, और बॉलीवुड फिल्में देखने का शौक है। उन्होंने यह जानकारी एक पॉडकास्ट के दौरान दी, यहाँ देखें: पूरा इंटरव्यू


निष्कर्ष

फ़ज़ल अत्राचली सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं बल्कि प्रो कबड्डी में विदेशी खिलाड़ियों की सफलता का प्रतीक हैं। उन्होंने यह साबित किया है कि खेल की कोई सीमाएं नहीं होतीं, और मेहनत, समर्पण और जुनून से कोई भी दुनिया के सबसे बड़े मंच पर अपनी जगह बना सकता है।