
प्रो कबड्डी लीग 2025 का 83वां मुकाबला 14 अक्टूबर को दिल्ली के त्यागराज इंडोर स्टेडियम में पटना पाइरेट्स और गुजरात जायंट्स के बीच खेला गया। इस रोमांचक मैच में गुजरात जायंट्स ने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर पटना पाइरेट्स को 40-32 से हराया। इस जीत ने गुजरात जायंट्स के लिए प्लेऑफ की उम्मीदों को जिंदा रखा, वहीं पटना पाइरेट्स को एक बार फिर अपनी असंगठित खेल रणनीति की कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा।
गुजरात जायंट्स का मजबूत आगाज
मुकाबले की शुरुआत से ही गुजरात जायंट्स ने अपनी आक्रामकता और संतुलित खेल से पटना पाइरेट्स पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। पहले ही रेड में हिमांशु सिंह ने अपनी आक्रामक रेड से गुजरात को एक शुरुआती बढ़त दिलाई। वहीं, मोहम्मदरेजा शादलू ने अपनी डिफेंसिव रणनीति का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पटना के रेडरों को रोकने में कोई कसर नहीं छोड़ी। शादलू की मजबूती के चलते पटना पाइरेट्स को अपने प्रयासों में सफलता नहीं मिल पाई।
पटना पाइरेट्स का संघर्ष
पटना पाइरेट्स की ओर से मंदीप कुमार ने पहले हाफ में कुछ प्रभावशाली रेड्स किए, जबकि अयान ने भी कुछ साहसी रेड्स का प्रदर्शन किया। हालांकि, गुजरात जायंट्स की मजबूत रक्षापंक्ति और रणनीति ने पटना की रेडिंग को बहुत हद तक नाकाम कर दिया। पहले हाफ के समाप्ति तक गुजरात जायंट्स ने 23-17 की मजबूत बढ़त बना ली थी। इस बढ़त में शादलू और नितिन पंवार के शानदार सुपर टैकल ने अहम भूमिका निभाई।
दूसरे हाफ में गुजरात की मजबूती
दूसरे हाफ में पटना पाइरेट्स ने वापसी की उम्मीदें जताईं, लेकिन गुजरात की मजबूत डिफेंस और शानदार रेडिंग के सामने उनका संघर्ष जारी रहा। हिमांशु सिंह ने लगातार सफल रेड्स करते हुए पटना के डिफेंस को तोड़ा, जबकि शादलू ने अपनी टैकलिंग से पटना के रेडरों को एक-एक करके धराशायी किया।
नवदीप ने डिफेंस में कुछ अच्छी टैकल्स कीं, लेकिन पटना की रेडिंग विभाग की नाकामी ने उनके प्रयासों को बेकार कर दिया। मंदीप कुमार और अयान की जोड़ी कुछ मौकों पर प्रभावशाली रही, लेकिन टीम का सामूहिक तालमेल पूरी तरह से गायब था। यही वजह थी कि पटना पाइरेट्स का मुकाबला जीतना मुश्किल हो गया।
गुजरात जायंट्स की सामूहिक रणनीति
गुजरात जायंट्स ने इस मुकाबले में एकजुटता का बेहतरीन उदाहरण पेश किया। जहां एक तरफ हिमांशु सिंह ने लगातार रेड्स करते हुए गुजरात को आगे बनाए रखा, वहीं शादलू और नितिन पंवार ने पटना के कई रेडरों को रुककर गुजरात की बढ़त बनाए रखने में मदद की। गुजरात की डिफेंस और रेडिंग में सामंजस्य ने उन्हें इस मैच में निर्णायक जीत दिलाई।
नितिन पंवार और शादलूइ का निर्णायक योगदान
मुकाबले का निर्णायक पल तब आया जब पहले हाफ में नितिन पंवार और शादलू ने मिलकर पटना पाइरेट्स को ऑल आउट कर दिया। इस ऑल आउट के बाद गुजरात की टीम ने बढ़त को कभी भी हाथ से जाने नहीं दिया। दूसरे हाफ में हिमांशु सिंह ने अपनी बेहतरीन रेड्स से गुजरात की बढ़त को और मजबूत किया। वहीं, पटना पाइरेट्स की वापसी की कोशिश को शादलू की शानदार टैकलिंग ने बार-बार नाकाम किया।
मैच का परिणाम और असर
अंत में गुजरात जायंट्स ने 40-32 के स्कोर से पटना पाइरेट्स को मात दी। इस जीत के साथ ही गुजरात जायंट्स ने न केवल दो अंक हासिल किए, बल्कि टॉप 8 में अपनी जगह को पक्का कर लिया। वहीं पटना पाइरेट्स की स्थिति और खराब हुई और वे अब भी पॉइंट्स टेबल में सबसे निचले स्थान पर बने हुए हैं।
इस जीत के बाद गुजरात जायंट्स के लिए प्लेऑफ की राह अब भी खुली हुई है, जबकि पटना पाइरेट्स को अपनी खेल रणनीति में सुधार की सख्त आवश्यकता है।
कुल मिलाकर मैच का विश्लेषण
इस मुकाबले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि कबड्डी में केवल व्यक्तिगत प्रदर्शन ही नहीं, बल्कि सामूहिक खेल और टीमवर्क सबसे ज्यादा मायने रखते हैं। गुजरात जायंट्स ने न सिर्फ अपनी डिफेंसिव मजबूती दिखायी, बल्कि रेडिंग विभाग में भी संतुलन बनाए रखा। वहीं, पटना पाइरेट्स की असंगठित खेल रणनीति ने उन्हें निराश किया और वे इस मुकाबले में विजय की ओर बढ़ने में असफल रहे।
गुजरात जायंट्स की यह जीत उनके लिए आत्मविश्वास का स्रोत बन सकती है, वहीं पटना पाइरेट्स को अपनी खेल योजना में सुधार की सख्त जरूरत है अगर वे आगामी मैचों में सफलता पाना चाहते हैं।