
प्रो कबड्डी लीग के 2025 की शुरुआत 29 अगस्त 2025 से होने जा रही है, लेकिन इसके शुरू होने से पहले आयोजकों ने इसके फॉर्मेट में बड़ा बदलाव किया है। इस बार न केवल मैचों की संख्या बदली है, बल्कि पॉइंट सिस्टम और प्लेऑफ का स्वरूप भी पूरी तरह से बदल गया है, इसके साथ ही नया टाइ ब्रेकर रूल भी लॉन्च किया गया है, जिससे अब कोई भी मैच टाई नहीं होगा। आइए आपको प्रो कबड्डी सीजन 12 के नए नियमों और नए फॉर्मेट के बारे में विस्तार से बताते हैं।
प्रो कबड्डी 2025 का नया मैच फॉर्मेट
प्रो कबड्डी लीग 2025 सीजन में लीग स्टेज पर कुल 108 मैच खेले जाएंगे हर टीम 18 मैच (9 होम ग्राउंड पर और 9 प्रतिद्वंद्वी टीम के ग्राउंड पर) खेलेगी। पहले हर टीम लीग स्टेज पर 22 मैच खेलती थी और लीग स्टेज पर कुल 132 मैच खेले जाते थे।
इसके साथ ही प्लेऑफ के मैचों की संख्या भी अब बढ़ गई है, जहां पिछले सीजन फाइनल को मिलाकर प्लेऑफ में कुल 5 मैच खेले जाते थे तो वही नए फॉर्मेट के अनुसार प्लेऑफ में कुल 7 मैच खेले जाएंगे।
यहां तक की अब प्वाइंट्स टेबल में 8 स्थान तक की टीम में भी प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर सकती हैं इसके लिए एक नया Play-in रुल निकाला गया है।
क्या है प्रो कबड्डी का नया प्ले इन नियम
प्रो कबड्डी लीग के नए प्ले ऑफ फॉर्मेट के अनुसार प्वाइंट्स टेबल की टॉप 8 टीमें प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर सकती हैं, इसके लिए प्ले इन (Play-In) मैच का नया रुल निकाला गया है, जिसमें दो मैच होंगे पहला मैच प्वाइंट्स टेबल के पांचवें और आठवें नंबर की टीम और दूसरा मैच छठे और सातवें नंबर की टीम के बीच होगा। प्ले इन में जीतने वाली टीमें प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करेंगी।
प्रो कबड्डी सीजन 12 का नया प्लेऑफ फॉर्मेट
प्लेऑफ प्रक्रिया में अब तीन एलिमिनेटर, दो क्वालीफायर और 1 मिनी क्वालीफायर होंगे, जिससे फाइनल मुकाबले की तैयारी रोमांचक हो जाएगी।
लीग चरण की शीर्ष दो टीमें (पहली और दूसरी) क्वालीफायर 1 में भिड़ेंगी जिसमें विजेता सीधे फाइनल में पहुंचेगी। हारने वाली टीम को क्वालीफायर 2 के जरिए फाइनल में एक और मौका मिलेगा।
लीग स्टेज की तीसरी और चौथे नंबर की टीम मिनी क्वालीफायर के लिए क्वालीफाई करेंगी। जिसमें जीतने वाली टीम एलिमिनेटर 3 के लिए क्वालीफाई करेंगी और एलिमेनटर 2 की विजेता से भिड़ेगी।
प्ले इन में क्वालीफाई करने वाली टीमें एलिमिनेटर 1 में आमने सामने होंगी, जिसमें जीतने वाली टीम एलिमिनेटर 2 में मिनी क्वालीफायर हारने वाली टीम से भिड़ेगी।
क्वालीफायर 2 में एलिमेनटर 3 की विजेता और क्वालीफायर एक हारने वाली टीम फाइनल में जगह बनाने के लिए भिड़ेंगी अंत में फाइनल मैच क्वालीफायर एक और क्वालीफायर दो की विजेता टीमों के बीच होगा।
मैच के दौरान पॉइंट सिस्टम में बदलाव और टाई ब्रेकर रूल
प्रत्येक मैच में जीतने वाली टीम को 2 अंक और हारने वाले टीम को 0 अंक मिलेंगे, इसके साथ ही यदि कोई मैच टाई होता है तो टाई ब्रेकर रूल के जरिए विजेता निर्धारित किया जाएगा। यह बदलाव अंक तालिका को समझने में आसान बनाने के मकसद से किया गया है।
पहले टाई होने पर दोनों टीमों को 3-3 अंक दिए हाते थे तो वहीं जीतने वाली टीम को 5 अंक मिलते थे। इसके अलावा 7 या इससे कम पॉइंट से हारने पर 1 पॉइंटऔर 7 से ज्यादा पॉइंट से हारने पर कुछ नहीं मिलता था।