
Patna Pirates New Defense Coach Randeep Dalal 2025: प्रो कबड्डी लीग (PKL) सीजन 12 अब अपने आधे रास्ते को पार कर चुका है, और इस सीजन में कुछ टीमों के प्रदर्शन ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है। हालांकि, पटना पाइरेट्स, जो तीन बार की चैंपियन टीम है, इस सीजन में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सकी है। उन्होंने अब तक खेले गए 7 मैचों में से सिर्फ 2 में जीत हासिल की है और केवल 4 अंक के साथ अंक तालिका में 10वें स्थान पर संघर्ष कर रही है। इस कठिन स्थिति में, पटना पाइरेट्स को प्लेऑफ में स्थान बनाने के लिए बचे हुए मैचों में ज्यादा से ज्यादा जीत हासिल करनी होगी।
हालांकि, एक सकारात्मक पहलू यह है कि टीम का रेडिंग विभाग खासा प्रभावी दिख रहा है। अयान लोछाब और मनिन्दर सिंह का प्रदर्शन शानदार रहा है, और दोनों ने प्रतिद्वंद्वी टीमों को कड़ी चुनौती दी है। लेकिन टीम का डिफेंडिंग विभाग पूरी तरह से कमजोर नजर आ रहा है। इस कमजोरी को सुधारने के लिए पटना पाइरेट्स ने सीजन के तीसरे चरण, यानी चेन्नई लेग से पहले अपनी कोचिंग स्टाफ में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है।
पटना पाइरेट्स ने बीच सीजन रणदीप दलाल को बनाया डिफेंस कोच
पटना पाइरेट्स ने अपने डिफेंस को मजबूत करने के लिए रणदीप दलाल (Randeep Dalal) को अपना नया डिफेंस कोच नियुक्त किया है। रणदीप दलाल का कबड्डी में एक लंबा और सम्मानजनक अनुभव है। वे वर्तमान में रेड आर्मी के कोच हैं और उन्हें सेवा विभाग के साथ अपने अनुभव के लिए जाना जाता है। उनके नेतृत्व में, टीम ने इंटर-सर्विसेस टूर्नामेंट में हाल ही में सफलता प्राप्त की थी, जो उनके कोचिंग कौशल का प्रमाण है।
एक डिफेंस प्रशिक्षक के तौर पर रणदीप की नियुक्ति पटना पाइरेट्स के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, खासकर इस समय जब टीम की डिफेंसिंग लाइन पूरी तरह से टूटी हुई नजर आ रही है। उन्होंने खुद कई प्रमुख खिलाड़ियों के साथ सफलता पाई है, जिनमें पटना पाइरेट्स के कप्तान अंकित जगलान, कवर डिफेंडर दीपक सिंह, और रेडर्स जैसे देवांक दलाल और मंजीत दहिया शामिल हैं। इन खिलाड़ियों के साथ पहले भी काम कर चुके रणदीप दलाल, अब अपनी रणनीति से टीम के डिफेंस को नए सिरे से तैयार करेंगे।
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PKL सीजन 12 में पटना पाइरेट्स के डिफेंस की स्थिति
प्रो कबड्डी के इस सीजन (2025) में, पटना पाइरेट्स का डिफेंस काफी कमजोर रहा है। पहले सात मैचों में उन्होंने केवल 60 टैकल पॉइंट्स ही जुटाए हैं, जो उनके डिफेंसिंग विभाग की कमी को साफ दर्शाता है। टीम ने महत्वपूर्ण क्षणों में बहुत से अंक गंवाए हैं, और उनके रेडर्स को बचाने के लिए पर्याप्त समर्थन नहीं मिल रहा है। टीम के डिफेंडर्स की नाकामी ने कई मैचों में उन्हें पछाड़ा, जबकि उनकी रेडिंग यूनिट ने प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी चुनौती दी। अब, जब रणदीप दलाल जैसे अनुभवी कोच की नियुक्ति की गई है, तो यह उम्मीद की जा रही है कि वह इस विभाग में सुधार ला सकते हैं।
क्या रणदीप दलाल पटना पाइरेट्स की डिफेंस को सुधार सकेंगे?
रणदीप दलाल के अनुभव और उनके द्वारा इस्तेमाल की जानी वाली कोचिंग शैली से उम्मीद की जा रही है कि वह टीम में संरचना और आक्रमकता को जोड़ने में मदद करेंगे। उन्होंने अपनी कोचिंग के दौरान, जिन खिलाड़ियों के साथ काम किया है, उनके साथ बेहतरीन परिणाम दिए हैं। यह देखना अब दिलचस्प होगा कि क्या वह अपनी मजबूत कोचिंग रणनीतियों से पटना पाइरेट्स के डिफेंस को एक नई दिशा दे पाएंगे।
रणदीप दलाल की नियुक्ति के बाद, अब दबाव टीम के खिलाड़ियों और नए कोचिंग स्टाफ पर है। उन्हें तुरंत परिणाम देने होंगे, क्योंकि अब तक की स्थिति पटना पाइरेट्स के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रही है। चेन्नई लेग, जो अब शुरू होने वाला है, इस नई डिफेंसिव रणनीति का पहला बड़ा टेस्ट होगा। अब यह देखना बाकी है कि क्या यह बदलाव पटना पाइरेट्स को ट्रैक पर वापस ला सकेगा, या फिर यह सीजन उनके लिए उम्मीद से ज्यादा कठिन साबित होगा।
पटना के लिए आगे की राह?
इस समय पटना पाइरेट्स के सामने एक कठिन चुनौती है। टीम के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी है, और अगर वे इस सीजन में अपनी स्थिति को सुधारने के लिए प्लेऑफ में स्थान बनाना चाहते हैं, तो उन्हें अपनी डिफेंस को मजबूत करना होगा। नए डिफेंस कोच रणदीप दलाल की नियुक्ति के बाद, उनके पास यह मौका है कि वे अपनी डिफेंस को एक नई दिशा दे सकें। अगर दलाल अपनी रणनीतियों में सफल होते हैं, तो पटना पाइरेट्स न केवल अपनी डिफेंस को मजबूत कर सकते हैं, बल्कि वे इस सीजन के बाकी हिस्सों में वापसी कर सकते हैं।
इस बीच, कबड्डी प्रेमियों की नजर अब चेन्नई लेग पर होगी, क्योंकि यह इस सीजन के लिए पटना पाइरेट्स का एक बड़ा टर्निंग पॉइंट साबित हो सकता है। अगर दलाल की कोचिंग में डिफेंस में सुधार होता है, तो पटना पाइरेट्स की वापसी संभव है। इसके लिए उन्हें अपनी डिफेंस में अनुशासन, संरचना और आक्रामकता को जोड़ने की आवश्यकता होगी।
अब देखना यह होगा कि क्या यह बदलाव तीन बार की चैंपियन पटना पाइरेट्स को अपनी खोई हुई लय वापस दिला सकता है, और क्या वे इस सीजन में अपनी पुरानी पहचान बना पाते हैं।