जीएमसी बालयोगी इंडोर स्टेडियम, गाचीबोवली (हैदराबाद)

जीएमसी बालयोगी इंडोर स्टेडियम हैदराबाद, भारत में स्थित एक इनडोर खेल का मैदान है, जिसकी क्षमता 5,000 लोगों की है। इसे 2002 में 2003 के एफ्रो-एशियाई खेलों की मेजबानी के लिए बनाया गया था। यह गाचीबोवली उपनगर में स्थित है और तेलंगाना राज्य खेल प्राधिकरण के स्वामित्व में है।

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यह स्टेडियम एक बड़े स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का हिस्सा है, जिसमें जीएमसी बालयोगी एथलेटिक स्टेडियम (एक आउटडोर स्टेडियम) भी शामिल है। शुरुआत में इसे गाचीबोवली इंडोर स्टेडियम के नाम से भी जाना जाता था, लेकिन बाद में इसे औपचारिक रूप से “जी. एम. सी. बालयोगी इंडोर स्टेडियम” का नाम दिया गया।

जीएमसी बालयोगी इंडोर स्टेडियम

निर्माण और इतिहास

जीएमसी बालयोगी इंडोर स्टेडियम का निर्माण वर्ष 2002 में आंध्र प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री एन. चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में किया गया था। इसका प्रमुख उद्देश्य 2003 के एफ्रो-एशियाई खेलों की मेजबानी करना था, जो उस समय भारत में आयोजित होने वाला एक बड़ा बहु-खेल अंतरराष्ट्रीय आयोजन था। स्टेडियम को उसी आयोजन के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त कर तैयार किया गया।

इस स्टेडियम का नाम लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष जी. एम. सी. बालयोगी के सम्मान में रखा गया था, जिनका 2002 में एक दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया था। उनके नाम से यह स्टेडियम न केवल खेल भावना बल्कि राष्ट्रसेवा की स्मृति को भी जीवित रखता है।


अवस्थिति और संरचना

यह स्टेडियम हैदराबाद के गाचीबोवली क्षेत्र में स्थित है, जो एक प्रमुख शैक्षिक और आईटी हब है। पास में ही हैदराबाद इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IIIT-H) और अन्य कई प्रमुख संस्थान हैं, जो इसे और भी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बनाते हैं।

स्टेडियम की कुल बैठने की क्षमता लगभग 5,000 दर्शकों की है। इसकी संरचना आधुनिक इंजीनियरिंग का उदाहरण है, जिसमें कैंटिलीवर छत, खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार, और वातानुकूलित खेल परिसर शामिल हैं। मुख्य इनडोर हॉल में एक बास्केटबॉल कोर्ट और छह बैडमिंटन कोर्ट हैं, जो इसे कई खेलों के लिए उपयुक्त बनाते हैं।


प्रमुख खेल और आयोजन

जीएमसी बालयोगी इंडोर स्टेडियम ने अपने इतिहास में कई महत्वपूर्ण खेल आयोजनों और टूर्नामेंटों की मेजबानी की है। यहां कुछ प्रमुख आयोजनों की सूची दी गई है:

बहु-खेल आयोजन:

2003 एफ्रो-एशियाई खेल: यह स्टेडियम इन खेलों का एक प्रमुख स्थल था, जिसमें कई देशों के खिलाड़ी शामिल हुए। इसे खासतैर से इसी आयोजन के लिए बनाया गया था।

बैडमिंटन:

  • 2009 बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप: बैडमिंटन की इस विश्व स्तरीय प्रतियोगिता ने इस स्टेडियम को वैश्विक मानचित्र पर स्थान दिलाया। यहां बैडमिंटन कोर्ट की गुणवत्ता और आयोजन की क्षमता की विशेष सराहना की गई।
  • 2016 बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप: इस चैंपियनशिप का पहला संस्करण यहीं आयोजित किया गया था।

प्रो कबड्डी लीग (PKL)

2015 से लेकर अब तक, यह स्टेडियम तेलुगु टाइटंस का घरेलू मैदान रहा है। प्रो कबड्डी लीग के विभिन्न सीज़नों में यहां रोमांचक मुकाबले देखे गए हैं, जिनमें हजारों दर्शकों ने भाग लिया। यह स्थान कबड्डी प्रेमियों के लिए एक तीर्थ स्थल बन चुका है।

यूबीए प्रो बास्केटबॉल लीग

यूबीए लीग के पहले और दूसरे सीज़न की मेजबानी ने इसे बास्केटबॉल प्रेमियों के लिए भी आदर्श बना दिया है। खेलों की विविधता यहां साफ झलकती है।

प्राइम वॉलीबॉल लीग

2023 में वॉलीबॉल लीग के कुछ अहम मुकाबले यहां आयोजित किए गए, जिससे इसकी बहुउद्देशीय उपयोगिता फिर सिद्ध हुई।

अन्य आयोजन

इस स्टेडियम को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह विभिन्न इनडोर खेलों की मेजबानी कर सके। यहां समय-समय पर ताइक्वांडो, टेबल टेनिस, मुक्केबाज़ी, जूडो, कुश्ती और भारोत्तोलन जैसे खेलों के आयोजन होते रहे हैं। इसके अलावा, TEDxHyderabad 2017 जैसे प्रेरणादायक कार्यक्रमों ने इसे एक सांस्कृतिक मंच के रूप में भी स्थापित किया है।


प्रो कबड्डी लीग में योगदान

जीएमसी बालयोगी स्टेडियम का प्रो कबड्डी लीग में योगदान विशेष उल्लेखनीय है। तेलुगु टाइटंस की घरेलू टीम के रूप में यह स्टेडियम ना केवल दक्षिण भारत के कबड्डी प्रशंसकों का केंद्र रहा है, बल्कि यहां खेले गए मुकाबलों ने खिलाड़ियों को भी घरेलू समर्थन का संबल दिया है। स्टेडियम की सात-परत लकड़ी की सतह और आधुनिक सुरक्षा व प्रसारण व्यवस्था ने इसे PKL के लिए आदर्श स्थान बना दिया है।